जिस गेट को खोलना मना था: कोलाराडो में एक वेंडिगो से मेरा सामना


मेरा नाम सिसको है। जब मेरे साथ ये घटना घटी तो मैं बस ग्यारह साल का था। मैं अपनी फैमिली के साथ कोलाराडो के पहाड़ों के पास रहता था। वो हमारा पुश्तैनी घर था। वो पूरा एरिया मेरे ही घर में आता था। और दूसरों का घर मेरे घर से काफी दूर था। मेरे घर के पीछे बड़े-बड़े पेड़ और पहाड़ थे जो जंगलों से ढके हुए थे, जो कि मुझको बहुत ही ज्यादा पसंद थे।

हमारी फैमिली शहर से थोड़ा अलग रहती थी। घर में मेरी मम्मी, पापा और मैं ही रहते थे। पापा सुबह ऑफिस चले जाते थे और मैं और मम्मी पूरा दिन घर में अकेले रहते थे। उस वक्त मेरे स्कूल की छुट्टियां भी चल रही थीं। मेरे पास दो Saint Bernard कुत्ते भी थे, जिसमें से एक का नाम Joe था जो कि एक male dog था और दूसरे का नाम Cliff जो कि एक female dog थी।

मैं पूरा दिन उन दोनों के ही साथ खेला करता था। वो दोनों मेरी बात बहुत अच्छे से मानते थे। Dad ने उनको मेरी safety के लिए रखा हुआ था क्योंकि अक्सर मैं खेलते हुए कभी-कभी जंगलों की तरफ चला जाता था। वहां पर जंगली जानवर बहुत थे, हालांकि मैंने कभी भी उनको देखा नहीं था। लेकिन पापा ने मुझको वहां जाने से मना किया हुआ था, इसलिए मैं उस तरफ कभी जाता भी नहीं।

हमारा घर चारों तरफ से लोहे की बड़ी-बड़ी फेन्स से कवर था। मैं जंगल के साइड ही रहता था, लेकिन फिर भी पापा ने मुझको उस जगह आने-जाने से मना किया हुआ था। हमारे घर के पीछे एक बहुत ही बड़ा यार्ड बना हुआ था और उसके पीछे ही जंगल शुरू हो जाता था। वो पूरा यार्ड लोहे के फैन से घिरा हुआ था।

उस पूरे यार्ड के पीछे साइड में बस एक छोटा सा लोहे का गेट था जिसके through आप जंगल में एंट्री ले सकते थे। लेकिन उसमें भी ताला लगा हुआ था। मैं कभी भी उस gate के पास भी नहीं जाता था। वो जो लोहे की friends के पीछे बड़ा सा gate लगा हुआ था, पापा कहते थे कि उसको दादाजी ने बनवाया था।

पर पापा को भी नहीं पता कि आखिर उस जंगल में है क्या, इसलिए उन्होंने अक्सर वहां जाने से मना किया क्योंकि वो खुद भी कभी उस तरफ नहीं गए। एक दिन सुबह हुई और पापा ऑफिस के लिए निकल गए। मैं Joe और Cliff के साथ खेल रहे थे। मम्मी की तबीयत कुछ ठीक नहीं थी तो वो सोने जा रही थीं।

सोने से पहले उन्होंने मुझसे बोला कि मैं ज्यादा दूर तक ना जाऊं और मैं backyard में ही खेलूं। उस वक्त मौसम काफी अच्छा था और हवा भी अच्छी चल रही थी। शायद बारिश होने वाली थी। पूरा सूरज काले बादलों से ढक गया था और उनके पीछे छुप गया था। हवा भी जोर से चल रही थी। मेरे पास एक बॉल थी।

मैं बारी-बारी से Cliff और Joe की तरफ फेंकता था। वो लोग उन बॉल को दोबारा मेरे पास उठा के लाते थे और मैं दोबारा उनको एक दूसरे की तरफ फेंकता था। उन दोनों को ये गेम खेलना बहुत पसंद था और मुझको भी। मेरे दोस्त कभी-कभी मेरे साथ खेलने चले आते थे, लेकिन शायद उस दिन मौसम खराब था।

इसलिए वो लोग मुझसे मिलने भी नहीं आए। मैं अकेला ही Joe और Cliff के साथ अपने backyard में खेल रहा था। मैंने दो से तीन बार ball फेंकी और Cliff उसको उठा के ले आई और मैंने दोबारा बॉल Joe की तरफ फेंकी। मैंने बॉल इस बार काफी ज्यादा जोर से फेंकी। हवा बहुत जोर से चल रही थी।

जिसकी वजह से बॉल की फेंकने की स्पीड थोड़ा और तेज हो गई और वो उसी डायरेक्शन में चली गई जहां पर वो बड़ा सा पुराना गेट बना हुआ था। उस गेट के पास जाना भी मुझको मना था। वो बॉल जब Joe उठाने गया तो वो Paul उसको मिली नहीं। वो gate के पास खड़े हो के मुझको भोंक के बुला रहा था।

मैं जल्दी से उस gate के पास गया। मैंने देखा कि ball उस gate के दूसरी तरफ चली गयी है, लेकिन वो मुझको साफ साफ नजर आ रही थी। उसके गेट के हिस्से में थोड़े से space बना हुआ था जिसके अंदर मैं अपने हाथ को डाल के ball को बाहर निकाल सकता था। मैंने अपने हाथ को उस gate के अंदर डाला।

मैं ball को पकड़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन जहां तक मेरा हाथ पहुंच रहा था वो ball उससे करीब एक inch दूर पड़ी हुई थी। आसपास कोई लकड़ी भी नहीं थी जिससे मैं ball को अपनी तरफ खींच सकूं। मेरे पास gate के दूसरी तरफ जाने के अलावा और कोई option था ही नहीं। मुझको उस तरफ जाना मना था।

मैं जब gate के पास गया तो उसमें ताला लगा हुआ था। मैं चुपचाप मम्मी के रूम में गया और मम्मी सो रही थीं। और तभी उनके रूम से मैंने चाबी ले ली और उस गेट के ताले को जाकर खोल दिया। उस गेट को खोलने में मुझे काफी ज्यादा प्रॉब्लम हुई क्योंकि उस gate के ताले पे जंग लग गया था।

और gate ठीक से खुल भी नहीं रहा था। मैंने उस gate को खोला और वो बहुत ही हल्का सा खुला। वो इतना ही खुला जिससे Joe और Cliff आराम से निकल जाएं और मैं भी उसमें से निकल के उस तरफ चला गया। उस gate को खोलने के बाद सबसे पहले उस gate के अंदर Joe गया और Joe के पीछे Cliff गयी।

उन दोनों के पीछे फिर मैं भी चला गया। वो ball just gate के दूसरी तरफ ही पड़ी थी। Cliff उस ball के पास ही खड़ी हो गयी। लेकिन Joe gate खुलते ही जंगल के थोड़ा अंदर चला गया। मैंने Joe को अंदर जाने से मना किया, लेकिन वो कुछ meter अंदर जाके एक पेड़ के पीछे चला गया।

वो वहीं पर खड़ा हो गया और भौंक रहा था। मैंने उसको बार बार अपनी तरफ बुलाया क्योंकि मुझको जंगल के अंदर जाने से थोड़ा सा डर लग रहा था। मेरे बुलाने पर भी वो नहीं आया तो मैं धीरे-धीरे उसके पास चला गया और Cliff ball के पास ही खड़ी थी। मैं Joe के पास गया।

वो किसी चीज को देखते हुए भौंक रहा था। जब मैं वहां पर गया तो मैंने देखा कि वहां पर कुछ हड्डियां पड़ी हुई थीं जो कि किसी जानवर की हड्डियां थीं, ये मुझको नहीं पता था। लेकिन उसको देख के ऐसा ही लग रहा था कि उस जानवर को बहुत बुरी तरीके से मारा गया है। उसकी हड्डियों के बहुत ढेर सारे टुकड़े वहां पर पड़े हुए थे।

उसके बाद Joe कुछ और अंदर जाने लगा और मैंने उसको वहां पर जाने से ही मना किया। मजबूरी में मुझको भी Joe के पीछे जंगल के थोड़ा-सा और अंदर जाना पड़ा। वहां पर जा के जो देखा वो देख के मैं हैरान हो गया। वहां पर और ढेर सारी हड्डियां पड़ी हुई थीं और उसके साथ मांस के टुकड़े भी पड़े हुए थे।

वो मांस के टुकड़े बहुत बुरी तरीके से बदबू मार रहे थे। उन टुकड़ों को देख के लग रहा था कि वो मांस के टुकड़े हैं और ऐसा लग रहा था कि कोई यहां पर रोज आ के इन टुकड़ों को डाल जाता है या फिर कोई खाता है। पूरे जमीन पर खून पड़ा हुआ था। मुझे बहुत ही ज्यादा बुरा लग रहा था और मुझे उलटी भी आ रही थी।

इसको देख कर मैं बहुत ज्यादा डर भी गया था। मैंने जोर से वहां से चलने को बोला। मैं खुद दोबारा Cliff की तरफ जा रहा था। मुझको जाते देख Joe भी मेरे पीछे-पीछे आने लगा। हम फिर उसी जगह पर पहुंच गए जहां पर मैंने पहली बार हड्डियों के टूटे हुए टुकड़ों को देखा था। मैं उन टुकड़ों को भी cross करके Cliff के पास धीरे-धीरे जा रहा था।

और तभी मुझे मम्मी की आवाज आई। उस आवाज को सुन के मैं तुरंत पीछे घूम गया। मेरे साथ Joe भी उस आवाज को सुन के पीछे घुमा और हल्का सा डर गया। वो आवाज मेरी मम्मी की थी। लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है? वो तो अपने रूम में सो रही थीं। मुझको पहले लगा कि शायद मेरा कोई वहम है।

मैं दुबारा Cliff की तरफ जाने लगा और जैसे ही मैंने दोबारा अपना कदम बढ़ाया वो आवाज मुझको दोबारा आयी, "वापस आओ, मुझको तुम्हारी मदद चाहिए"। इस बार मैं चौंक गया। वो मेरी mummy की आवाज थी। मैं उस आवाज को सुन के दोबारा पीछे घुमा लेकिन वहां पर मुझको कोई भी नहीं दिख रहा था। इस बार उन्होंने मुझे थोड़ा सा गुस्से में बुलाया था।

मैं डर गया था और मैं gate की तरफ दोबारा जाने लगा। पीछे से आवाज आई, "सिसको रुक जाओ"। और इस बार वो आवाज मेरे dad की थी जो कि मुझे बहुत ही ज्यादा गुस्से में बुला रहे थे, मुझको रोकने की कोशिश कर रहे थे। उसके बाद वो आवाज मेरे चारों तरफ से आ रही थी। ऐसा लग रहा था कि वो आवाज मेरा पीछा कर रही हो।

लेकिन वो मुझे नजर नहीं आ रही थी। मैं फिर से रुक गया और Joe की तरफ देखने लगा। Joe भी मेरी तरफ देख रहा था और बहुत ज्यादा डर गया था। सब कुछ एकदम शांत हो गया था। वहां पर हल्की-फुल्की ठंड भी पड़ गई थी। अचानक से मौसम भी बदल गया था। शायद हल्की-फुल्की बारिश भी होने लगी थी।

वहां पर पेड़ काफी ज्यादा घने थे, इसलिए बारिश की बूंदें मेरे सर पर गिर रही थीं। सब कुछ एकदम शांत हो गया था जैसे कि कुछ हुआ ही ना हो। मैं और Joe एक-दूसरे को देख रहे थे। ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई चीज धीरे-धीरे हमारी तरफ आ रही हो। मैं एकदम सहम सा गया।

हम लोग एकदम स्थिर थे, ऐसा लग रहा था कि हम लोग किसी चीज में एकदम खो गए हैं और सम्मोहित हो गए हैं। तभी हम दोनों को भौंकने की आवाज आयी और वो आवाज Cliff की थी। उस आवाज को सुनते ही मैं और Joe जैसे होश में आ गए। हम दोनों को ऐसा लग रहा था कि कोई हम लोगों को सम्मोहित करने की कोशिश कर रहा है।

हम दोनों तभी दोबारा Cliff की तरफ भागने लगे। हम लोग बहुत ही तेजी से भाग रहे थे। तभी अचानक से किसी चीज ने Joe के ऊपर हमला किया और Joe को पकड़ लिया। उसने मेरे आंखों के सामने Joe को अपने दोनों हाथों से पकड़ के बीच से फाड़ दिया। उसको ये करने में दो second भी नहीं लगे।

ये देखते ही मैं चिल्लाने लगा। उसको देख के मैं बहुत ही ज्यादा डर गया था। उसका शरीर एकदम कंकाल का बना हुआ था। ऐसा लग रहा था कि वो कोई इंसान है या कोई जानवर, मुझे कुछ भी नहीं पता था। उसकी हड्डियां मुझको साफ-साफ नजर आ रही थीं। मैं दोबारा खूब जोर से गेट की तरफ भागने लगा।

और वो मेरा पीछा कर रहा था। मेरे पीछे Cliff भी भागी और हम दोनों गेट को क्रॉस करके दूसरी तरफ भाग गए। ऐसा लग रहा था कि वो क्रिएचर मेरा पीछा कर रहा है। और Cliff भी बहुत जोर-जोर से भौंक रही थी और वो भी मेरे पीछे लगातार भाग रही थी। मैंने बिल्कुल भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

बारिश और भी ज्यादा तेज हो गई थी। मैं बारिश में ही भागते-भागते घर की तरफ जा रहा था। मैं जैसे ही घर के अंदर पहुंचा, मैं बहुत जोर से रोने लगा और चिल्लाने लगा। मैं भागते हुए मम्मी के कमरे में चला गया। मम्मी ने जब मुझे देखा तो वो भी चौंक गईं और मुझसे पूछने लगीं कि आखिर मुझको हुआ क्या है।

मैंने उनको सारी बातें बताईं। तभी पीछे Cliff भी भागते हुए आयी और वो भी बहुत ही ज्यादा डरी हुई थी। मैंने मम्मी को Joe के बारे में बताया और उस क्रिएचर के बारे में भी बताया। मम्मी शायद समझ गई थीं इसलिए उन्होंने मुझसे कुछ भी नहीं बोला। उन्होंने बस मुझसे घर के दरवाजे को बंद करने के लिए बोला।

और मेरी तबियत और भी ज्यादा खराब होने लगी। हम सब पापा के आने का इंतजार करने लगे। और जब पापा आए तो मम्मी ने उनको सारी बातें बताईं। पापा मुझको गुस्से में देख रहे थे, लेकिन उन्होंने मुझसे कुछ भी नहीं बोला। उन्होंने अपने आप को संभालते हुए मुझसे बस गुस्से में दांत पीसते हुए बोला कि तुम उस gate के पास गए क्यों?

उसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों को अगले दिन बुलाया। उन सबके पास एक एक बंदूक थी। उस बंदूक को ले के वो लोग तुरंत उस gate के पीछे गए और वहां पर जा के सब चीज ढूंढने लगे। उनको वहां पर मेरे बताए हुए मांस के टुकड़े और हड्डियां भी मिलीं और उनको Joe का शरीर भी मिला, लेकिन आधा ऊपरी हिस्सा गायब था।

और जब ये बात उन्होंने मम्मी को बताई तो मैंने सुन ली। मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गया था। और कुछ दिनों बाद मम्मी-पापा ने उस जगह को भी छोड़ दिया और फिर वहां से हम लोग निकल गए। कुछ महीनों बाद जब मैं इस हादसे से थोड़ा बाहर आया तब मम्मी ने मुझको बताया कि वो एक वेंडिगो था।

उसका शिकार इंसान और जानवर होते हैं। उसकी भूख कभी भी खत्म नहीं होती है। जब मुझे उस क्रिएचर के बारे में पता चला तो मैंने उसके बारे में थोड़ा और रिसर्च भी किया। मम्मी ने बोला कि उस दिन मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी कि मैं बच गया, लेकिन मेरी एक गलती की वजह से Joe मर गया। अब Joe हमारे बीच में नहीं था।

मम्मी ने मुझको ये भी बताया कि वेंडिगो के द्वारा ऐसे बहुत से हादसे हुए हैं। लेकिन मैं इस हादसे को आज तक भूल नहीं पाया हूं। कुछ सालों बाद Cliff की भी मौत हो गयी। Cliff की भी तबियत अचानक से खराब होने लगी थी। शायद वो Joe को बहुत ही ज्यादा miss कर रही थी। मेरे दो अच्छे दोस्त अब मेरे साथ नहीं थे।

वो मुझको छोड़ के चले गए थे और मैं कोशिश कर रहा हूं कि मैं उस हादसे को भुला दूं। लेकिन वो हादसा भुलाना इतना भी आसान नहीं है।

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