सुनसान जंगल के उस फार्महाउस में छिपा शैतान | बाप बेटे के साथ हुई सबसे डरावनी रात की सच्ची घटना
हेलो, दोस्तों मेरा नाम Tom Mauritis है और पेशे से मैं एक शिकारी हूँ। ये जो घटना मैं आपको बताने जा रहा हूँ ये मेरे और मेरे बेटे के साथ घटी है। मैं आपको बता दूँ कि मैं और मेरा बेटा हम दोनों अकेले रहते हैं। मेरा कुछ ही दिन पहले मेरी wife के साथ divorce हो गया है। हमारे कुछ relationship अच्छे नहीं चल रहे थे। जिसकी वजह से हम दोनों को divorce लेना पड़ा।
और यही कारण है कि मेरा बेटा Jai मेरी कभी बात नहीं सुनता और शायद वो मेरे से नफरत भी करता है लेकिन मैं उससे आज तक नफरत नहीं कर पाया। मैंने उसे काफी समझाने की कोशिश की कि बेटा आपकी mummy को छोड़ने के पीछे मेरा कोई स्वार्थ नहीं था और ना ही मेरी कोई गलती थी लेकिन वो मेरी बात को आज तक नहीं समझ पाया।
मेरा बेटा हमेशा मोबाइल में डूबा रहता था और कभी भी मेरे साथ टाइम एक्सपेंड नहीं करता था। तो एक बार की बात है, मैंने एक माउंटेन पे ट्रेकिंग करना और शिकार करने के बारे में सोचा और मैंने इस बारे में अपने बेटे जैक को बताया ताकि मैं उसके साथ कुछ समय बिता सकूँ।
जब मैंने अपने बेटे को उसके बारे में बताया तो वो भी जाने के लिए राजी हो गया लेकिन उसने ठीक ढंग से मुझे हाँ भी नहीं बोला था। ऐसा लग रहा था कि वो वहाँ पे जबरदस्ती जा रहा है। लेकिन मेरे लिए ये भी ठीक था क्योंकि मैं अब उसके साथ कुछ टाइम एक्सपेंड कर सकता था।
तो एक दिन हम उस माउंटेंट की तरफ निकल पड़े। मैंने अपना ट्रक लिया था और उस जंगल की तरफ मैं निकल पड़ा। हम लोग पक्के रास्ते पे होते हुए उस जंगल की तरफ जा रहे थे। मेरी एक दोस्त ने उस जंगल में एक farmhouse के बारे में बताया था जहाँ हम रह के एन्जॉय कर सकते थे।
और हमें उस जंगल में काफी सुकून भी मिलने वाला था। हम लोग लगभग दो घंटे की drive के बाद उस जंगल के मोड़ पे पहुँचे और उस मोड़ से उतरने के बाद हम कच्चे रास्ते की तरफ बढ़ने लगे। कुछ दूर आगे जाने पर हम एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति दिखा जो कि अपने कंधों पर बहुत भारी बैग लिए कहीं जा रहा था।
उसे देखने से ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत ज्यादा थका हुआ है। इसलिए मैंने अपने ट्रक को उसके सामने ले जा के रोका और उससे मैंने पूछा कि आपको कहीं जाना है? मैं आपकी मदद कर सकता हूँ। आप चाहें तो मेरे ट्रक में आ के बैठ सकते हैं। आपको जहाँ जाना है मैं आपको वहाँ छोड़ दूँगा।
उसने बड़ी तीखी नजरों से मेरी तरफ देखा। उसकी आँखें लाल हो रही थी। उसने भारीपन आवाज में मेरे से कहा कि आप लोग जहाँ जा रहे हैं वहाँ भूल से भी मत जाइए। वे जंगल में खतरा के सिवा और कुछ नहीं है। ये बात मेरे बेटे ने भी सुनी। वो भी थोड़ा घबरा गया था।
उसने बोला खतरा खतरा से आपका क्या मतलब है? मैं देख पा रहा था कि मेरा बेटा Jack थोड़ा डर चुका है इसलिए मैंने अपने बेटे Jai को कहा कुछ नहीं बेटा ये ऐसे ही बक रहा है और उसके बाद मैंने truck को आगे बढ़ा दिया। लेकिन मैं देख पा रहा था कि मेरा बेटा Jack बहुत ज्यादा डर चुका है।
और वो बार बार पीछे मुड़कर उसी व्यक्ति को घुरे जा रहा था। कुछ समय बाद हम जंगल के अंदर enter होते हैं और वहाँ से उतरने के बाद अपना सामान लेकर उस farmhouse की तरफ बढ़ने लगते हैं। जब हम उस farm house के पास पहुँचते हैं तो वहाँ का नजारा देखकर तो मैं भी दंग रह जाता हूँ।
वो farmhouse बहुत ही पुराना था और उसके ऊपर काई जमी हुई थी। ऐसा लग रहा था कि कई सालों से यहाँ कोई आया ही ना हो रहने के लिए। मेरा बेटा Jack ये सब देखने के बाद थोड़ा तो डर गया था। उसके बाद उसने मेरे से कहा papa ये कैसी जगह पर ले आए हो मुझे?
मैंने कहा बेटा शायद यहाँ कई सालों से कोई नहीं आया है इसलिए शायद इसकी ऐसी हालत हो गयी है। उसके बाद जब हम लोग उस farmhouse के दरवाजे के पास पहुँचे तो हमने देखा कि वहाँ पर दीवालों पर खरोचे जाने के निशान हैं जैसे किसी बड़े भालू ने वहाँ खरोच मारा हो और अंदर घुसने की कोशिश की हो।
ये सारी चीजें मेरा बेटा देख रहा था और उसके मन में कोई ना कोई शक ऐसा पैदा हो रहा था जिससे वो बहुत ज्यादा डर गया था। उसके बाद हम अंदर गए तो अंदर भी बहुत बेकार सी बदबू आ रही थी जो बर्दाश्त के बाहर थी। मेरे बेटे को जाहिर बात है इन सब बातों पर मेरे ऊपर बहुत गुस्सा आ रहा था।
लेकिन वो कुछ नहीं कर पा रहा था। उसके बाद हमने थोड़ी देर बाद उस घर की सफाई की। उसके बाद खाना वाना खाने के बाद हम वहीं पर floor पे blanket बिछाकर नीचे ही सो गए। रात के तकरीबन ढाई बजे होंगे कि एक आवाज से मेरी नींद खुली। वो आवाज बाहर हमारे farmhouse से आ रही थी।
ऐसा लग रहा था कि कोई हमारे farmhouse को खरोच रहा है। लेकिन मुझे लगा शायद पेड़ की डालियाँ होंगी जो हवा के कारण आपस में टकराकर ऐसी आवाजें पैदा कर रही है। लेकिन मैं गलत था। वो आवाज अगर किसी डाली की होती तो चारों दिशा से नहीं आती। ऐसा लग रहा था कि वो आवाज हमारे फार्म हाउस के चारों तरफ घूम रही है।
अभी कुछ देर ही हुए होंगे कि वो आवाज सुनके मेरा बेटा जैक भी उठ गया और वो मेरे से पूछने लगा कि पापा ये सब क्या हो रहा है? मैंने उससे कहा कुछ नहीं बेटा शायद बाहर हवा चल रही है। इस कारण ही आवाजें आ रही हैं। उसके बाद हम दोनों सो गए।
अगली सुबह हम लोग जंगल से थोड़ी बाहर की तरफ गए जहाँ पर एक general store था। जब हम वहाँ पहुँचे तो हमने खाने पीने के लिए कुछ सामान लिया। सामान लेते समय दुकानदार था उसने मेरे को अजीब सी नजरों से देखा और धीरे से मेरे कान में पूछा आप लोग क्या जंगल के उसी farmhouse में रुके हैं?
मैंने उससे कहा जी हाँ हम वहीं रुके हैं तो उसने मुझे चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आप मेरी बात मानें तो आज ही वहाँ से चले जाइए क्योंकि वो जगह बहुत ही ज्यादा खतरनाक है और वहाँ पे रहना आप लोगों के लिए अच्छा नहीं है। ये सारी बातें मेरा बेटा जैक सुन रहा था और अंदर ही अंदर वो डर भी गया था।
मैंने उससे पूछा ऐसा क्यों? वो बता रहा है उस जंगल में एक ऐसा शैतान रहता है जो कि लोगों की आवाज की हूबहू नकल करता है और अगर आप उसके शिकंजे में आ गए तो आपको जिंदा नहीं छोड़ेगा। ये बातें सुनने के बाद मैंने उस दुकानदार से बोला आप कैसी फालतू की बातें कर रहे हैं।
आप देख नहीं सकते कि मेरे साथ मेरा बेटा है। ये बातें सुनने के बाद डर जाएगा। उसने कहा मैं जो भी बोल रहा हूँ सही बात बोल रहा हूँ और अगर आपको रात में कोई अजीब सी आवाजें सुनाई दे या आपके किसी जान पहचान वाले व्यक्ति की आवाज सुनाई दे तो please उस फ़ार्म हाउस से बाहर मत निकालिएगा।
और मेरी सलाह तो यही रहेगी कि आप अभी के अभी वहाँ से निकल जाएं। मैंने उस व्यक्ति की बात नहीं मानी और वहाँ से जाने लगा। मेरा बेटा अब बुरी तरह से डर गया था। लेकिन मैंने उसे दिलासा दिया कि ऐसा कुछ नहीं है। ये बस लोगों की कहानियां है और कुछ नहीं।
उसके बाद हम लोग जंगल के अंदर गए और ट्रैप लगाने लगे शिकार के लिए। ट्रैप लगाने के बाद हमें जंगल में बहुत अजीब अजीब सी आवाजें सुनाई देने लगी। जब उस आवाज का पीछा करते हुए थोड़ी दूर गए हम तो हमने देखा कि सामने एक जानवर मरा पड़ा है।
उसकी कंडीशन देखने से ऐसी लग रही थी कि उसको बहुत बुरी तरह से मारकर वहाँ फेक दिया गया है। ये किसी भालू का काम तो नहीं लग रहा था क्योंकि उसकी अतड़ियाँ बाहर आयी हुई थी। उसके सिर पे उसकी आँखें नहीं थी मतलब उसके शरीर का ऐसा हाल किया गया था जो कोई जानवर कर ही नहीं सकता था।
ये सब देखने के बाद मेरा बेटा और भी ज्यादा डर गया और मुझे वहाँ से जाने के लिए बोलने लगा। उसके बाद मैंने जल्दी-जल्दी अपने ट्रैप लगाए और वापस अपने फार्म हाउस में आ गया। रात के तकरीबन बारह बजे फिर से वही आवाज दोबारा आने लगी। इस बार मेरा बेटा भी मेरे साथ उठ गया था।
मैंने अपने हाथ में gun ली और पास की ही खिड़की से जंगल की तरफ देखने लगा। अँधेरा होने के कारण मुझे ज्यादा कुछ नहीं दिखाई दे रहा था कि तभी हमें एक आवाज सुनाई दी जो हमसे मदद मांग रही थी। वे आवाज तो पहले किसी आदमी जैसी लगी और मेरे बेटे ने उस आवाज को तुरंत पहचान लिया।
मेरे बेटे ने कहा डैडी उसी आदमी की आवाज है जो हमें आते समय रास्ते में मिला था। मैंने भी जब ध्यान से सुना मुझे भी पता चला कि हाँ ये तो उसी व्यक्ति की आवाज है लेकिन उस आवाज में कुछ तो बात थी। वे आवाज उस व्यक्ति की तरह नहीं लग रही थी।
ऐसा लग रहा था जैसे कोई व्यक्ति उस आवाज को निकालने की नकल कर रहा है और लेकिन उस आवाज को निकाल नहीं पा रहा। थोड़ी देर बाद वे आवाज भारी होती चली गई। अब मुझे साफ-साफ यकीन था कि आवाज उस व्यक्ति की नहीं है। मैंने अपने बेटे को कहा कि पीछे हट जाओ।
ये उस व्यक्ति की आवाज नहीं है ये कुछ और ही है और अगर मैंने gate खोल दिया तो हम दोनों का मरना तय है। ये बात सुनने के बाद मेरा बेटा और भी ज्यादा घबरा गया कि तभी मुझे खिड़की से बाहर की तरफ दो लाल चमकती हुई आँखें दिखी। जब मैंने सामने की तरफ देखा तो चाँद की रोशनी में मुझे कुछ दिखाई दिया।
ये वही व्यक्ति था लेकिन मेरे पलक झपकते ही उस व्यक्ति का चेहरा किसी बकरे की तरह हो गया। उसका चेहरा किसी बकरे की तरह लंबा हो गया। उसके सिर पर दो बड़े बड़े सींग थे जैसे बारहसिंगा के होते हैं। उसके पैर इतने बड़े हो गए। तकरीबन वो सात-आठ फीट लंबा हो गया मेरे देखते-देखते।
उसके आँख की जगह अंगारे चमकने लगे और वो इतना दुबला-पतला हो गया जैसे ऐसा लग रहा था जैसे उसके शरीर पे कोई मांस ही ना हो और तभी जंगल में एक सड़ा देने वाली बदबू आने लगी जो कि बर्दाश्त से बाहर थी। और तभी वो जीव ने एक चीख मारी।
वो चीख इतनी ज्यादा डरावनी थी अगर कोई दिल के problem वाला व्यक्ति उसको सुन ले तो उसको heart attack आना तो पक्का ही है। ये सब देखने के बाद मैं और मेरा बेटा बुरी तरीके से डर गए कि देखते ही देखते वो शायद ठीक हमारे गेट के पास आ गया और दरवाजे पे जोर-जोर से अपने नाखून मारने लगा।
मैं और मेरा बेटा बहुत ही ज्यादा डर गए थे और मैंने अपने बेटे को पीछे की तरफ किया और शॉटगन को दरवाजे की तरफ तान के रखा कि अगर वो दरवाजा तोड़ के जैसे ही अंदर घुसेगा मैं उसको खत्म कर दूँगा। लेकिन मैं जानता था कि ये गन उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी।
और वो पलक झपकते ही मुझे और मेरे बेटे को भी मार सकता है। लेकिन मैं ये अपने बेटे को ये नहीं दिखाना चाहता था कि मैं डरा हुआ हूँ क्योंकि अगर मैं डर जाता तो मेरा बेटा भी बहुत ज्यादा डर जाता। काफी देर तक वो जीव वहीं पे दरवाजे पर खरोचें मारते रहा जब तक सुबह नहीं हुई।
सुबह जब पाँच बजे और हल्का हल्का उजाला आया वो जीव जंगल की तरफ कहीं भाग कर अचानक गायब हो गया। कुछ देर रुकने के बाद जब सूर्य की पहली किरण निकली हम लोगों ने तुरंत दरवाजा खोला और अपने ट्रक में बैठकर जंगल से बाहर की तरफ जाने लगे।
जब हम रास्ते में उस दुकानदार के पास फिर पहुँचे तो वहीं पर हमें वो व्यक्ति दिखाई दिया जो कि उस दिन हमें आते समय रास्ते में मिला था। मैंने उस दुकान के पास अपने truck को रोका तो उस व्यक्ति ने हमें देखते हुए बोला क्यों आपने भी उस जीव को देख लिया ना।
मैंने तो आपसे पहले ही कहा था कि आप वहाँ मत जाइए लेकिन आपने मेरी बात नहीं मानी। अगर आपका दिन अच्छा नहीं होता तो शायद ही आप लोग बच पाते। उसके बाद मैंने अपना ट्रक भगाते हुए अपनी घर की तरफ मोड़ लिया। घर पहुँचने के बाद मैंने अपने बेटे को उसकी माँ के पास भेज दिया।
क्योंकि मेरा बेटा छह महीने मेरे पास और छह महीने अपनी माँ के पास रहता है। जाहिर सी बात है मैंने अपने बेटे को इसलिए भेजा था क्योंकि वो बहुत ज्यादा डर चुका था और इस समय उसको मेरे से ज्यादा अपनी माँ की जरूरत थी। कुछ दिन बाद मैंने Internet पे इस चीज के बारे में research करना शुरू किया।
तब मुझे पता चला कि लोग इसको विंडिगो (Wendigo) बोलते हैं। ये एक ऐसा शैतान होता है जो लोगों को मार के खा जाता है और किसी का भी रूप बदल लेता है और उनकी आवाज में बात करने लगता है। अगर उस रात हमारा लक अच्छा ना होता तो शायद आज मैं और मेरा बेटा आज जिंदा ना होते। और मुझे आज भी ऐसा लगता है कि वो वेंडिगो अभी भी उसी जंगल में किसी का इंतजार कर रहा हो।
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