एक पुलिस ऑफिसर की सच्ची डरावनी कहानी: सुनसान जंगल से आई रहस्यमयी चीखें
मेरा नाम कार्टर है। मैं अमेरिका के एक राज्य के छोटे से कस्बे में पुलिस ऑफिसर हूँ। हमारे कस्बे के चारों तरफ पहाड़ और घने जंगल फैले हुए हैं। सबसे नजदीकी शहर यहाँ से लगभग अस्सी किलोमीटर दूर है, जिससे यह कस्बा काफी अलग-थलग पड़ता है। इस दूरी के कारण यहाँ अपराध बहुत कम होते हैं, जो मेरे कस्बे के लिए एक अच्छी बात है।
अब मैं आपको एक अजीब और डरावनी घटना के बारे में बताता हूँ जो ड्यूटी के दौरान मेरे साथ हुई। यह लगभग दो साल पहले की बात है। एक रात करीब दस बजे, हेडक्वार्टर में एक शिकायत कॉल आई। एक शख्स ने बताया कि उसे अपने घर के पास वाले जंगल से किसी औरत के जोर-जोर से चीखने की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
सूचना मिलते ही, मैं अपने साथ एक और ऑफिसर को लेकर आधे घंटे में उस शख्स के पास पहुँच गया। लोकेशन पर पहुँचने के बाद मैंने शिकायतकर्ता से बात करनी शुरू की। मैं उससे पूछ रहा था कि आवाज जंगल के किस हिस्से से आ रही है और उसे ये आवाजें कितने समय से सुनाई दे रही हैं, ताकि हम सही जगह जाँच कर सकें।
मैं उस शख्स से बात कर ही रहा था कि तभी अचानक से हमें जंगल के अंदर से किसी औरत के दर्द से बहुत तेज चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई उस औरत को जिंदा ही खा रहा हो। यह आवाज किसी औरत की जैसी थी, लेकिन अजीब भी थी, मानो कोई और औरत की आवाज में चिल्ला रहा हो।
वह आवाज बहुत ही ज्यादा डरावनी थी। उसे सुनकर मैं और मेरा साथी ऑफिसर बेहद डर गए थे। लेकिन हम पुलिस वाले थे, इसलिए डर को नजरअंदाज करके अपनी ड्यूटी करनी ही थी। औरत के चिल्लाने की वह आवाज करीब दस सेकंड तक आती रही, और फिर अचानक बंद हो गई।
आवाज बंद होने के बाद, मैंने और मेरे साथी ऑफिसर ने अपनी-अपनी फ्लैश लाइट जलाई और हम दोनों जंगल के अंदर चले गए। जंगल में घुसते ही हमें फिर से किसी औरत के चिल्लाने की वही डरावनी आवाज सुनाई दी। थोड़ी देर बाद वह आवाज भी रुक गई, जिससे सन्नाटा छा गया।
औरत के चीखने की आवाज सुनकर हमने भी जोर से आवाज लगाई और कहा, "अगर तुम हमारी आवाज सुन सकती हो तो हमारे पास आ जाओ। हम पुलिस ऑफिसर हैं और तुम्हारी मदद करने आए हैं।" हमारी आवाज का किसी ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन हमें अपने आसपास पेड़ों और पत्तियों के हिलने की आवाज सुनाई दे रही थी, जैसे कोई हम पर नज़र रख रहा हो।
यह महसूस होने पर भी हम दोनों हिम्मत करके जंगल के और भी अंदर जाने लगे। हम यही उम्मीद कर रहे थे कि जिसकी भी आवाज हमें सुनाई दे रही है, वह अभी भी जिंदा हो और सुरक्षित हो। जंगल के अंदर और गहराई में जाकर हमने दो बार फिर जोर से आवाज लगाई, मदद के लिए पुकार रहे थे।
हमने पूछा, "क्या कोई यहाँ पर है? क्या किसी को मदद चाहिए? हम पुलिस डिपार्टमेंट से हैं और यहाँ तुम्हारी मदद करने आए हैं।" हमारे जोर-जोर से आवाज लगाने के बाद भी किसी ने हमारी बात का कोई जवाब नहीं दिया। लगभग पंद्रह मिनट तक वही छानबीन करने के बाद, हमने सोचा कि शायद यह आवाज़ दो जानवरों के लड़ने की हो सकती है।
यही सोचकर मैं और मेरा साथी ऑफिसर उस जंगल से बाहर जाने लगे। जैसे ही हम लोग जंगल से बाहर निकलने के लिए पलटे, ठीक उसी समय हमें औरत के चीखने की वह आवाज फिर से सुनाई दी। लेकिन अबकी बार वह आवाज हमें उस तरफ से सुनाई दी, जिस तरफ से हम लोग जंगल के अंदर आए थे।
उस आवाज को सुनकर हम दोनों बहुत डर गए थे, लेकिन कुछ देर रुकने के बाद हम लोग फिर से जंगल से बाहर की तरफ जाने लगे। तभी जैसे ही हमने दोबारा चलना शुरू किया, हमें औरत के चीखने की आवाज फिर से सुनाई दी। अबकी बार वह आवाज हमारे बिल्कुल बगल से आई थी, ऐसा लग रहा था जैसे वह हमसे बस कुछ फीट की दूरी पर हो।
आवाज सुनते ही हमने तुरंत उस तरफ फ्लैश लाइट दिखाई, जहाँ से आवाज आई थी। लेकिन हैरानी की बात थी कि उस तरफ हमें कोई भी दिखाई नहीं दिया। यहाँ तक कि हमें वहाँ कोई भागता हुआ भी नजर नहीं आया, और न ही कोई हलचल महसूस हुई। तभी उस जंगल में अचानक बहुत सन्नाटा छा गया।
उस स्थिति से हम दोनों बहुत ज्यादा डर गए थे। फिर हम दोनों बहुत तेजी से उस जंगल से बाहर निकलने लगे। लेकिन तभी हमें दोबारा से औरत के चीखने की वो आवाज सुनाई दी। पर अबकी बार वो आवाज हमारे कान के बिल्कुल पीछे से आई थी, ऐसा लग रहा था जैसे कोई हमारे कान के एकदम पास आकर चिल्ला रहा हो।
अबकी बार वो आवाज भी बहुत तेज थी, इतनी तेज कि ऐसा लग रहा था जैसे उस आवाज से हमारे कान के परदे फट जाएंगे। उस क्षण मैं और मेरा साथी ऑफिसर बहुत ज्यादा डर गए थे। फिर हमने तुरंत ही अपनी गन निकाल ली। हम उस आवाज के सोर्स का पता लगाने के लिए इधर-उधर देखने लगे, लेकिन हमें अपने आसपास कोई भी नजर नहीं आया।
हमें कोई भी दिखाई न देने पर हम दोनों बहुत तेजी से भागते हुए जंगल से बाहर निकल गए। इसके बाद हम लोग शिकायत करने वाले शख्स के पास वापस गए और हमने उससे कहा कि हमें जंगल में कोई नहीं मिला है। हमने अपनी जाँच पूरी कर ली है और अब हम वापस जा रहे हैं।
हमने उस शख्स से यह भी कहा कि अगर आपको कोई और परेशानी होती है, तो आप पुलिस हेडक्वार्टर में शिकायत कर सकते हैं। इतना कहकर हम लोग वापस पुलिस हेडक्वार्टर के लिए रवाना हो गए। वह अनुभव बहुत ही अजीब और डरावना था, जिसने हमें अंदर तक हिला दिया था।
जंगल में औरत की आवाज में चिल्लाने वाली वो जो भी चीज थी, उसने हमें इतना ज्यादा डरा दिया था कि हम दोनों ने पक्का इरादा कर लिया था। हमने आपस में तय किया कि अब कभी भी हम दोबारा उस खतरनाक जंगल में लौटकर नहीं जाएंगे, चाहे कुछ भी हो जाए।
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