सच्ची भयानक आपबीती: अमेरिकी पुलिस वाले ने देखा जब बॉडी बैग में बंद लाश ज़िंदा होकर चिल्लाई


मेरा नाम मार्टिन है. मैं अमेरिका के ओरेगोन राज्य में रहता हूँ. और मैं एक पुलिस ऑफिसर की जॉब करता हूँ. आज मैं आपको मेरे साथ हुआ एक ऐसा भयानक हादसा बताने जा रहा हूँ जिसने मुझे अंदर तक हिला के रख दिया था. तो बात ये है कि हमारे कस्बे में एक बूढ़ा आदमी अपने विक्टोरियन स्टाइल घर में रहता था.

आप स्क्रीन पर देख सकते हैं कि एक विक्टोरियल स्टाइल घर दिखने में कैसा होता है. तो वो आदमी उस घर में तब से रह रहा था. जब से वो सिर्फ दो साल का था. बहुत से लोगों का मानना था कि वो बूढ़ा आदमी और उसका वो घर एक ही बन चुके थे.

बीतते समय के साथ वो आदमी और उसका घर एक जैसे दिखने भी लगे दोनों साथ में बूढ़े भी होते जा रहे थे. वो आदमी उस घर में बहुत लंबे समय से रह रहा था. उस आदमी ने अपने सामने कस्बे में बहुत कुछ बदलते भी देखा था. वो बूढ़ा आदमी काफी नेक इंसान था और कस्बे के लोग उसकी बहुत इज्जत भी करते थे.

तो एक बार की बात है उस बूढ़े आदमी की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही थी. तो जब उसने अपनी जांच कराई तब पता चला कि उस आदमी को टर्मिनल कोलोन कैंसर है. डॉक्टर ने उसको बताया कि उसके पास सिर्फ छह महीने हैं. इसके बाद उसकी मौत हो जाएगी.

अपनी मौत नजदीक देखकर वो आदमी सबसे बहुत प्यार से मिलने लगा. वो आदमी सबकी मदद करता था और सभी को धन्यवाद बोला करता था. फिर एक दिन उस बूढ़े आदमी के पड़ोसी ने पुलिस हेडक्वार्टर में कॉल करके हमें बताया कि वो बूढ़ा आदमी कई दिनों से अपने घर से बाहर नहीं निकला है.

फिर मैं अपने एक साथी ऑफिसर के साथ उस बूढ़े आदमी के घर पहुँच गया. हमें वहाँ देखकर आसपास के लोग समझ गए कि उस बूढ़े आदमी की मौत हो चुकी है. उस बूढ़े आदमी की मौत पर खुद मुझे भी बहुत ज्यादा दुःख हुआ था. क्योंकि वो एक अच्छा इंसान था.

फिर मैं अपने साथी ऑफिसर के साथ उस आदमी के घर के अंदर जाने लगा. पता नहीं कैसे उस आदमी के घर का दरवाजा खुला हुआ था. उस घर के अंदर जाते ही हमें सबसे पहले दीवार पर हिरन का एक सर दिखाई दिया जो कि उस घर की एक दीवार पर टंगा हुआ था.

वो किसी असली हिरण का सर नहीं था. वो सजावट के लिए लगाया जाने वाला हिरण का सर था. वो हिरण का सर नकली था लेकिन पता नहीं क्यों मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि जैसे वो हिरण मुझ पर और मेरे साथी ऑफिसर पर नजर रखे हुए हैं.

फिर मैं और मेरा साथी ऑफिसर उस बूढ़े आदमी के घर के दूसरे फ्लोर पर बने बैडरूम में चले गए. उसी बेडरूम में उस बूढ़े आदमी की लाश भी पड़ी हुई थी. जब हम उस बूढ़े आदमी के बेडरूम में गए तब हमने देखा कि उसका बेडरूम बिल्कुल साफ सुथरा है.

ऐसा लग रहा था कि जैसे वो आदमी जानता था कि वो मरने वाला है और इसीलिए मरने से पहले उसने अपने घर की बहुत ही अच्छे से साफ-सफाई भी कर दी थी. फिर हमने उस बूढ़े आदमी की लाश को ले जाने के लिए एम्बुलेंस और पैरामेडिक्स को भी वहीं पर बुला लिया.

पैरामेडिक्स उन्हें कहते हैं जो एम्बुलेंस के साथ आते हैं और बीमार इंसान का ध्यान रखते हैं या डेड बॉडी को हॉस्पिटल तक पहुँचाते हैं. तो उस समय सिर्फ एक ही पैरामेडिक एम्बुलेंस के साथ आ सकता था क्योंकि बाकी के सभी पैरामेडिक्स दूसरी जगहों पर काम में बिजी थे.

तो वो एक ही शख्स एम्बुलेंस के साथ उस बूढ़े आदमी के घर पर पहुँच गया. एम्बुलेंस के साथ आए उस पैरामेडिक ने मेरे साथ वाले ऑफिसर से मदद मांगते हुए कहा कि ऑफिसर क्या आप इस डेड बॉडी को बॉडी बैग में डालने में मेरी मदद कर सकते हैं.

दरअसल बॉडी बैग उसे कहते हैं जिसमें लाशों को रखा जाता है. बॉडी बैग बहुत ही मजबूत प्लास्टिक का बना एक बड़ा सा बैग या बोरे जैसा होता है जिसमें चेन लगी रहती है. बॉडी बैग में लाशों को रखकर चेन बंद कर दी जाती है और फिर उनको घटनास्थल से हॉस्पिटल तक पहुँचाया जाता है.

खैर फिर उस पैरामेडिक की बात पर मेरे साथी ऑफिसर ने उस बूढ़े आदमी की लाश को बॉडी बैग में डलवा दिया और फिर वो दोनों उस बूढ़े आदमी की लाश को एम्बुलेंस तक लेकर जाने लगे और फिर यहीं से चीजें अजीब होना शुरू हो गयी.

दरअसल जैसे ही मेरा साथी ऑफिसर और वो पैरामेडिक उस बूढ़े आदमी की लाश को लेकर उस घर के मेन हॉल में पहुँचे वैसे ही हमने देखा कि सजावट के लिए दीवार पर लगा हिरण का वो सर अब उल्टा हो गया था. उसको देखने से लग रहा था कि जैसे किसी ने उस सर को उल्टा कर दिया हो.

बल्कि सिर्फ यही नहीं हिरन के उस सर के ऊपर लाल पेंट से लिखा हुआ था "आसुआ". ये देखकर हम तीनों लोग बहुत ज्यादा डर गए थे. मेरा साथी ऑफिसर फिनलैंड से है और उसको फिनिश भाषा आती है. उसने हमको बताया कि Asua का मतलब होता है मत जाओ या फिर रुक जाओ.

यहाँ पर एक बात मैं आपको बता देना चाहूँगा कि जिस बूढ़े आदमी का वो घर था और जिसकी मौत हुई थी वो बूढ़ा आदमी भी फिनलैंड का ही रहने वाला था. फिर मैं उस हिरण के सर पर लिखे आंसुआ को पास से देखने लगा.

और जब मैंने उस लाल को छू कर देखा तब मुझे पता चला कि वो कोई लाल पेंट नहीं है बल्कि वो किसी का खून है, ताजा खून. वो खून वहाँ पर कैसे आया और किसने उस खून से आँसू लिखा ये हमारी समझ में नहीं आ रहा था.

फिर हमने सोचा कि हमें जल्दी से जल्दी इस आदमी की लाश को एम्बुलेंस में डाल देना चाहिए. यही सोचकर मैं तेजी से भागता हुआ एम्बुलेंस के पास गया और एम्बुलेंस के पिछले दरवाजे को खोल दिया ताकि जल्दी से उस आदमी की लाश को एम्बुलेंस में डाला जा सके.

लेकिन जैसे ही मैंने एम्बुलेंस के दरवाजे को खोला वैसे ही एम्बुलेंस की सारी लाइट्स अपने आप जलने और बुझने लगी. ये देखकर वहाँ खड़े आसपास के लोग भी डर के मारे उस एम्बुलेंस से दूर हट गए. फिर जैसे ही मेरा साथी ऑफिसर और पैरामेडिक उस बूढ़े आदमी की लाश को लेकर उसके घर के बाहर निकले.

वैसे उस घर की सारी खिड़कियां एक झटके से अपने आप खुल गई. ये सब बहुत ही हैरान कर देने वाला था. फिर वो दोनों जैसे ही उस बूढ़े आदमी की लाश को एम्बुलेंस के पास लेकर आए वैसे उस बूढ़े आदमी के घर का बरामदा और उसके घर के आगे का हिस्सा अपने आप ही नीचे ढह गया.

उस घर के अगले हिस्से के गिरने से वहाँ चारों तरफ धूल मिट्टी फैल गई. फिर धूल मिट्टी हटने पर हम दोबारा से उस बूढ़े आदमी की लाश को एम्बुलेंस में डालने लगे. लेकिन जैसे ही हमने उस बूढ़े आदमी की लाश को उठाया वैसे ही वो बॉडी बैग जिसमें उस बूढ़े आदमी की लाश रखी थी.

वो बहुत जोर-जोर से हिलने लगा. ऐसा लग रहा था जैसे वो बूढ़ा आदमी फिर से जिंदा हो गया हो और उस बॉडी बैग से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा हो. ये सब देखकर हम लोग बहुत ज्यादा डर गए थे.

डर के मारे हमने तुरंत ही उस बॉडी बैग को छोड़ दिया और फिर वो बैग जमीन पर गिर गया. वो बॉडी बैग बहुत जोर जोर से हिल रहा था और फिर हमारे देखते ही देखते वो बूढ़ा आदमी उस बॉडी बैग को फाड़कर बाहर निकल आया.

वो बूढ़ा आदमी बॉडी बैग से निकलकर उठ के बैठ गया और बहुत जोर से चिल्लाने लगा. ये सब देखकर वहाँ मौजूद पैरामेडिक बेहोश होकर गिर पड़ा. फिर कुछ सेकंड्स तक चिल्लाने के बाद वो बूढ़ा आदमी बिल्कुल शांत हो गया.

अब वो बूढ़ा आदमी बिल्कुल भी हिल डुल नहीं रहा था. फिर लगभग पंद्रह मिनट तक इंतजार करने के बाद मैं और मेरा साथी ऑफिसर उस बूढ़े आदमी के पास गए. फिर जब हमने उस आदमी की नब्ज चेक की तो हमने पाया कि वो आदमी मरा हुआ है.

उस बूढ़े आदमी का मुँह अभी भी खुला हुआ था. उसको देखने से ऐसा लग रहा था जैसे वो अपनी पूरी ताकत से चिल्ला रहा हो. हमने बेहोश हुए पैरामेडिक को उठाया और फिर हमने उस बूढ़े आदमी की लाश को उसी हालत में उठाकर एम्बुलेंस में डाल दिया.

इसके बाद पैरामेडिक उस बूढ़े आदमी की लाश को लेकर हॉस्पिटल चला गया. ये बिल्कुल असली घटना है जो कि मेरे साथ हुई थी. मुझे तो आज भी समझ नहीं आता कि आखिर वो बूढ़ा आदमी बॉडी बैग के अंदर जिंदा कैसे हो गया?

क्योंकि बॉडी बैग में डालने से पहले खुद मैंने उस आदमी की नब्ज चेक की थी. वो आदमी मरा हुआ था. पता नहीं कैसे वो आदमी जिंदा हो गया और इतने मजबूत बॉडी बैग को फाड़कर बाहर निकल आया.

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