कोलकाता हॉस्टल की भूतिया हवेली: दरवाज़े की रहस्यमयी आवाज़ें और काली बिल्ली का रहस्य Horror Story


Hello, दोस्तों, मेरा नाम Raj है और मैं Kolkata से हूँ। मैं आज आपको एक paranormal घटना बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ उस समय घटी जब मैं hotel management की पढ़ाई कर रहा था। दरअसल, उस समय मैं एक hostel में रहता था और मेरे hostel के बगल में एक और hostel था जिसकी building काफी पुरानी थी। मेरे senior उस दूसरे hostel में रहते थे और वे उसे "हवेली" कहते थे। Senior अक्सर junior को अपने hostel में बुलाकर उनकी ragging करते थे। मेरे senior का junior में काफी खौफ था।

एक दिन मेरे seniors ने मुझे भी उसी "हवेली" वाले hostel में बुलाया। मेरी ragging भी हुई, लेकिन मेरे और मेरे seniors के ख्यालात काफी मिलते थे, इसलिए हमारी दोस्ती हो गई। फिर मैं अक्सर अपने seniors से मिलने उनके hostel जाने लगा। मैंने नोटिस किया कि उनके hostel की छत से किसी दरवाजे के बहुत तेज खुलने और बंद होने की आवाजें आती थीं। मैंने अपने senior से पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें भी नहीं पता कि ये आवाजें कहाँ से आती हैं। बस ऐसा लगता है जैसे ऊपर छत के किसी कमरे का दरवाजा बहुत तेजी से खुलता और बंद होता रहता है। कई बार उन्होंने ऊपर जाकर देखा भी, लेकिन ऊपर सारे कमरों में ताला लगा रहता था।

उसी दिन मैं अपने senior के hostel की छत पर गया। वहाँ वाकई सभी कमरों में ताला लगा था। मुझे अजीब लगा, पर फिर मैंने सोचा कि वो आवाजें शायद कहीं और से आती होंगी। मेरे senior बहुत नशा करते थे। मैं भी उनके साथ रहकर नशा करने लगा था। एक दिन मैं उनके "हवेली" वाले hostel में बहुत ज्यादा नशे में हो गया और वहीं सो गया। गर्मी के मौसम में रात को मुझे बहुत गर्मी लग रही थी, इसलिए मैं बाथरूम में नहाने चला गया। रात के दो बज रहे थे। जैसे ही मैंने अपने कपड़े उतारे, bathroom की light बंद हो गई। दस-पंद्रह second बाद light फिर से जल गई, कुछ second बाद फिर बंद हो गई, और फिर जल गई। दो-तीन बार ऐसा हुआ। मैं बहुत डर गया और वापस अपने कपड़े पहनकर bathroom से बाहर निकल आया। बाहर काले-सफेद रंग की एक बिल्ली बैठी थी, मुझे देखते ही वो भाग गई।

मैं अपने कमरे में गया, पानी से मुँह धोया और अपनी girlfriend को phone करके सारी बात बताई। रात के साढ़े तीन बजे तक उससे बात की, उसके बाद सो गया। ये तो हुई first year की बात। Second year से मैं उसी "हवेली" वाले hostel में shift हो गया। तीसरे floor पर warden ने मुझे और एक Muslim लड़के को shift किया। हम दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। मैं उसे खान कहता था। तीसरे floor के ऊपर छत थी और दरवाजा खुलने-बंद होने की आवाजें वहीं से आती थीं।

एक दिन मैं hostel की lobby में अपनी girlfriend से बात कर रहा था, तभी मैंने उसी काली-सफेद बिल्ली को देखा। वो bathroom की तरफ भागी। मैं उसके पीछे गया, पर वो मुझे नहीं मिली। वापस आते हुए मैंने देखा कि वो बिल्ली छत की तरफ चली गई। मैं डरकर अपने कमरे में चला गया। कुछ देर बाद बगल वाले कमरे से खान के चिल्लाने की आवाजें आईं। वो बता रहा था कि सोते हुए उसे लगा जैसे कोई उसकी छाती पर बैठकर उसका गला दबा रहा हो। उस रात मैं उसके साथ सोया।

अगली रात मैं छत पर cigarette पीते हुए अपनी girlfriend से बात कर रहा था, तभी मुझे बिल्ली की म्याऊँ-म्याऊँ की आवाज सुनाई दी, पर बिल्ली दिखाई नहीं दी। मैं डरकर अपने कमरे में आ गया। कुछ देर बाद मुझे लगा जैसे किसी ने खिड़की पर जोर से हाथ मारा हो, पर खिड़की हिली नहीं और किसी और ने वो आवाज सुनी भी नहीं। मैं पूरी रात सोया नहीं और अपनी girlfriend से भी बात करता रहा।

कुछ दिन बाद, मैं गहरी नींद में था, तभी सपने में मुझे बहुत सारी काली परछाईयाँ दिखने लगीं। मैं ना चिल्ला पा रहा था, ना हिल पा रहा था। मुझे लगा जैसे मैं हवा में ऊपर उठ रहा हूँ और वो परछाईयाँ मेरे शरीर को खींच रही हैं। मैंने मन में काली माता का नाम लिया और वो परछाईयाँ गायब हो गईं। अगले दिन मैं मंदिर से Hanuman जी का photo और गंगाजल लाया। फिर कुछ दिन शांति रही।

एक दिन आधी रात को खान के कमरे का दरवाजा कोई जोर-जोर से पीटने लगा। हम दोनों डर गए। security guard आया, पर तब तक सब शांत हो चुका था। कुछ दिनों बाद हम अपने-अपने घर चले गए। एक दिन घर में भी मुझे सपने में वही काली परछाईयाँ दिखाई दीं। मैंने काली माता का नाम लिया और वो गायब हो गईं। मेरी mummy ने बताया कि मैं सोते हुए माँ काली, माँ काली चिल्ला रहा था।

College वापस आने पर खान ने बताया कि एक मौलवी ने कहा है कि hostel की छत पर जिन्न रहते हैं और वो बिल्ली भी एक जिन्न है। एक रात किसी ने हमारा दरवाजा जोर से पीटा। मैंने गुस्से में दरवाजा खोला तो मुझे बहुत तेज ठंड लगी और मैं गिर पड़ा। फिर हम कमरे में पूजा-पाठ करने लगे। आठवां semester खत्म होने के बाद मेरी job छूट गई, girlfriend से breakup हो गया, तबियत खराब रहने लगी, घर में पैसों की दिक्कत आ गई, और मुझे सपने में फिर से वो परछाईयाँ दिखने लगीं। मेरी mummy एक ताबीज लाई और मुझे पहना दिया। उसके बाद से वो परछाईयाँ दिखना बंद हो गईं और मेरी तबीयत में भी सुधार आने लगा।

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